पराए तो गिरा कर माफ़ी मांग लेते हैं दर्द देते अपने लोगों को देखा मैंने। पराए तो गिरा कर माफ़ी मांग लेते हैं दर्द देते अपने लोगों को देखा मैंने।
जीने के लिए कुछ मर लेते हैं आओ समझौता कर लेते हैं। जीने के लिए कुछ मर लेते हैं आओ समझौता कर लेते हैं।
हम भी लड़ेंगे और पूरी करेंगे अपनी हर उमंग, ये दुनिया भी देखेगी हमारी कला के नए रंग। हम भी लड़ेंगे और पूरी करेंगे अपनी हर उमंग, ये दुनिया भी देखेगी हमारी कला के नए ...
मुठ्ठी में दुनिया हमारी है। मुठ्ठी में दुनिया हमारी है।
जो देखा हो कहीं बताना, क्या है जादुई बला ये ! जो देखा हो कहीं बताना, क्या है जादुई बला ये !
अपने सपनों को हक़ीकत में पिरोनें की कोशिश कर रहा हूँ ! अपने सपनों को हक़ीकत में पिरोनें की कोशिश कर रहा हूँ !